डिप्टी सीएमओ का कहना कॉलेजों के अभिलेख अमान्य कॉलेज प्रबंधन ने कहा कि उनके अभिलेख अवैध नहीं सीएमओ बोले, अभिलेखों की कराई जाएगी जांच
स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सोमवार को गोला में संचालित दो इलेक्ट्रो होम्योपैथी मेडिकल कॉलेज पर छापा मारा। छापामार टीम का नेतृत्व कर रहे डिप्टी सीएमओ का कहना है कि दोनों कॉलेज के प्रबंधक मान्य अभिलेख नहीं दिखा सकते हैं और उन्हें पंजीकरण रोकने के निर्देश दिए गए हैं। दोनों कॉलेज के प्रबंधन का कहना है कि पंजीकरण का मान्य प्रपत्र दिखा दिया गया है।
सोमवार को डिप्टी सीएमओ डॉ. रविन्द्र नाथ वर्मा ने नायब तहसीलदार रामदेव निषाद के साथ गोला में संचालित आजाद मेडिकल कॉलेज ऑफ इलेक्ट्रो होम्योपैथी और निरंकार इलेक्ट्रो होम्योपैथी मेडिकल कॉलेज एंड हास्पिटल पर छापा मारा। डिप्टी सीएमओ का कहना है कि दोनों कॉलेज के अभिलेख अमान्य है। इस संबंध में आजाद मेडिकल कॉलेज के प्रबंधक अब्दुल रहूफ का कहना है कि उनका कॉलेज कौंसिल फॉर जौहर इलेक्ट्रो होम्योपैथी मेडिकोज ऑफ इंडिया, हैदराबाद (आंध्र प्रदेश) से और निरंकार इलेक्ट्रो होम्योपैथी मेडिकल कॉलेज के प्रबंधक डॉ राजेश कुमार वर्मा का कहना है कि उनका कॉलेज ऐन इंस्टीट्यूट ऑफ इलेक्ट्रो होम्योपैथी ऑफ इंडिया, कोलकाता से संबद्ध है। अभिलेख अवैध नहीं है। डिप्टी सीएमओ डा. वर्मा का कहना है कि प्रबंधकों ने न्यायालय में मामला विचाराधीन होने की बात कहकर समझाने का प्रयास किया है। डिप्टी सीएमओ ने बताया कि कॉलेज प्रबंधकों को जिला होम्योपैथिक अधिकारी डा. संगीता जोशी के छह मई 2016 के उस आदेश की प्रति दिखाई गई है जिसमें इलेक्ट्रो पद्धति के रजिस्ट्रेशन पर प्रतिबंध का प्रावधान है। छापे की रिपोर्ट सीएमओ को भेज दी गई है। इस बाबत सीएमओ डॉ अरुण कुमार का कहना है कि डिप्टी सीएमओ की जांच रिपोर्ट मिल गई है। दोनों कॉलेजों के अभिलेखों का सत्यापन कराया जाएगा।
इलेक्ट्रो होम्योपैथी मेडिकल कॉलेज संचालित होते मिले है। अभिलेख लिए गए हैं, जिनकी जांच कराई जाएगी। फर्जीवाड़ा मिला तो उच्चाधिकारियों के निर्देशानुसार कार्रवाई की जाएगी।
- डॉ. अरुण कुमार, सीएमओ।
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